वित्तीय आपातकाल कभी भी किसी को भी आ सकता है। किसी मित्र या रिश्तेदार से उधार लेना हमेशा सुविधाजनक नहीं होता क्योंकि हो सकता है कि उस समय उनके पास भी पर्याप्त धन न हो। उस स्थिति में, पर्सनल लोन बहुत मदद करता है।
अगर आप भी लोन लेने के बारे में विचार कर रहे हैं तो ये लेख आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। आज हम आपको पर्सनल लोन पर कितना ब्याज लगता है, पर्सनल लोन के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए और गिरवी और गैर गिरवी ऋण के फ़ायदों और नुकसान के बारे में बताएंगे।
पर्सनल लोन के लिए ब्याज दर
पर्सनल लोन एक सहायक वित्तीय उपकरण है। हालाँकि, पुनर्भुगतान योजना निर्धारित करना भी महत्वपूर्ण है। इसलिए लोन पर ब्याज दर जानना जरूरी है। हर कंपनी में पर्सनल लोन या फिर किसी भी लोन के प्रकार के लिए ब्याज दर अलग-अलग होती है। विभिन्न उधारदाताओं की उनकी ब्याज दरों और अन्य शर्तों के आधार पर तुलना करें। इससे आपको सर्वोत्तम डील पाने में मदद मिलेगी. हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह दर उधारकर्ता के क्रेडिट हिस्ट्री, आय, रोजगार और लोन राशि जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
पर्सनल लोन के लिए योग्यता शर्तें
पर्सनल लोन लेने के लिए कुछ योग्यता शर्तें मानना जरूरी हैं। शर्तें कुछ इस प्रकार हैं-
1.भारतीय नागरिक
2.आयु 21 से 58 साल
3.नौकरीपेशा और गैर-नौकरीपेशा (बिजनेस)
4.मासिक आय 15000 रुपये या उससे अधिक
गिरवी और गैर-गिरवी ऋण
क्या आप जानते हैं कि आप जमीन, घर इत्यादि को गिरवी रख कर भी लोन ले सकते हैं? आज हम आपको गिरवी और गैर गिरवी (Mortgage and non-mortgage) लोन के बारे में बताएंगे।
गिरवी ऋण: इसके लिए आपको गिरवी के रूप में मकान, कार या मूल्यवान संपत्ति रख सकते हैं। इसके लाभ कुछ इस प्रकार हैं-
1.गिरवी ऋण में आपको कम ब्याज देना पड़ता है।
2.गिरवी ऋण में आपको ऋण में भी आपको अधिक राशि मिलती है।
3.अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है, तो भी आपको लोन मिल जाएगा।
गिरवी ऋण के नुकसान
1.अगर आप लोन की राशि चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं, तो आपके द्वारा गिरवी रखा हुआ सामान जब्त हो जाता है।
2.गिरवी ऋण लेने की प्रक्रिया में काफी समय लगता है, क्योंकि संपत्ति या संपत्ति के मूल्यांकन और कानूनी दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता होती है।
गैर-गिरवी ऋण: गैर-गिरवी ऋण, जिसे असुरक्षित लोन भी कहते हैं। गैर-गिरवी ऋण में आप बिना किसी सामान को गिरवी रखे लोन ले सकते हैं। आइए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान-
गैर-गिरवी ऋण के फायदे
1.गैर-गिरवी ऋण का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपको किसी भी संपत्ति को जोखिम में डालने की आवश्यकता नहीं होती।
2.संपत्ति के मूल्यांकन और कानूनी दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता न होने के कारण, गैर-गिरवी ऋण के लिए ज्यादा समय नहीं लगता है।
गैर-गिरवी ऋण के नुकसान
1.गैर-गिरवी ऋण में आपको ज्यादा ब्याज देना होता है।
2.ज्यादा ब्याज के अलावा आपको इसमें कम राशि मिलती है।
3.गैर-गिरवी ऋण में आपको पात्रता जैसे- अच्छा क्रेडिट स्कोर, आयु सीमा, आय सीमा पूरी करनी होती है और ज़रूरी दस्तावेज़ वगैरह इकट्ठा करने होते हैं।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए, आप अपनी पुनर्भुगतान क्षमता का मूल्यांकन कर सकते हैं और एक उपयुक्त ऋण का विकल्प चुन सकते हैं जो वित्तीय आपातकाल को पूरा करने में आपकी मदद करेगा।